हें भक्तवत्सल माता , तुमको बारंबार प्रणाम है |
आनंद मंगल कीजिए दुर्गे तुम्हारो नाम है |
घड़ा पाप का भर गया फैला अत्याचार |
आसमानी शक्ति दो माँ धरती करे पुकार |
अम्बे तू हें जगदंबे काली जय दुर्गे खप्परवाली |
तेरे ही गुण गाये भारती |
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती … ||१||
रत्नजडित सिंहासन वाली हें गणराज दुलारी |
माथे मुकुट कान विच कुण्डल शोभा अद्भुत न्यारी |
तेरी महिमा है अपरंपारी वरणी ना जाय दुलारी |
भारी से भारी संकट टालती |
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती … ||२||
तेरे जगत में भक्तजनों पर भीड़ पड़ी है भारी |
दानव दल पर टूट पडो माँ करके सिंह सवारी |
सौ सौ सिंहो से भी बलशाली अष्ट भुजाओ वाली |
दुष्यों को पल में संधारती |
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती … ||३||
माँ बेटे का है इस जग में बड़ा ही निर्मल नाता |
पूत कपूत सुने बहुतेरे माता सुनी ना कुमाता |
सबपे करुणा दरशानेवाली मन को हरशानेवाली |
नैया भंवर से उबारती |
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती … ||४||
नहीं मांगते धन और दौलत ना चाँदी ना सोना |
हम तो मांगे माँ तेरे मन में एक छोटा सा कोना |
सबकी बिगड़ी बनानेवाली लाज बचनेवाली |
सातियों के सत को संवारती |
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती … ||५||
घनन घनन घन होये भवन में , ऊँची ध्वजा सबन में |
चौमुख दीवल जुड़ै आँगन में , करें बढ़तौ धन में मन से |
मन से ध्याणे जो नर और नारी , करके तेरी अज्ञारी |
कारज सबके संवारती |
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती … ||६||
अष्ट सिद्धि नौ निधि की दाता , हें जगदंबे माता |
पान पुष्प फुल लेकर आता , श्रद्धा सहित चढ़ाता |
माता गांती हू भेंट तुम्हारी , खुश हो जाड़ों माँ तारी |
अपने भगतों के पन पारती |
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती … ||७||
ब्रह्मा विष्णु खड़े तेरे द्वारे शंकर ध्यान लगावे |
नारदा जी यश गान करत है , वो भी पार न पावे |
सब पे करुणा दरशानेवाली अमृत बरसाने वाली |
दुखियों के दुखड़े निवारती |
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती … ||८||
जगमग जगमग ज्योति जले माँ एक बार तो आ जा |
आकर मैया दर्शन दे जा सबके कष्ट में मिटा जा |
सबकी बिगड़ी बनानेवाली , लाज बचनेवाली |
संकट से तुम ही उबारती |
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती … ||९||
एक बार माँ अकबर जी ने , तेरा परिचय पाया |
तेरा परिचय पाकर मैया , सोने का छत्र चढ़ाया |
मैया सोने के छत्रवाली , चाँदी के चौकावली |
लाल चुनरियाँ वाली हरि हरि चुडीयोंवाली |
बजने से बिछुओंवाली , हम सब उतारे तेरी आरती |
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती … ||१०||
छोटा सा परिवार है मैया इसे बनाये रखना
मैया सोने के छत्रवाली , चाँदी के चौकावली |
लाल चुनरियाँ वाली हरि हरि चुडीयोंवाली |
बजने से बिछुओंवाली , हम सब उतारे तेरी आरती |
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती … ||११||
छोटीसी फुलबगियाँ मैया इसे सजाये रखना |
मैया सोने के छत्रवाली , चाँदी के चौकावली |
लाल चुनरियाँ वाली हरि हरि चुडीयोंवाली |
बजने से बिछुओंवाली , हम सब उतारे तेरी आरती |
ओ मैया हम सब उतारे तेरी आरती … ||१२||
2016-10-07